आर्य समाज का बासन्ती सस्येष्टि होलिकोत्सव 1 को

जौनपुर। आर्य समाज का बासन्ती सस्येष्टि होलिकोत्सव का आयोजन नगर के गौशाला मंे स्थित पिंजड़ा पोल में 1 मार्च दिन गुरूवार की शाम साढ़े 4 बजे से सुनिश्चित है। यह जानकारी देते हुये आर्य समाज के प्रधान देवेन्द्र नाथ ने बताया कि भारत वर्ष कृषि, अध्यात्म व विज्ञान प्रधान देश है जिसमें बासन्ती सस्येष्टि होलिकोत्सव का बहुत महत्व है। आषाढ़ी सस्येष्टि फसल भारत की सब फसलों में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। वैदिक धर्मावलम्बियों में प्राचीनकाल से यह प्रथा चली आ रही है कि नवीन वस्तुओं का देवताओं को समर्पित किये बिना अपने उपयोग में नहीं लाया जाता है। होलिकोत्सव पर्व इसी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के ऊपर कीचड़ फेंकना, कालिख पोतना, गन्दे गीतों को गाना, सुनना या कपड़े फाड़ना पर्व की भावना के अनुकूल नहीं है। आर्य समाज के मंत्री आलोक आर्य से समस्त नगरवासियों से अपील किया कि बासन्ती सस्येष्टि होलिकोत्सव में सम्मिलित होकर यज्ञ एवं पर्व को सफल बनायें।

No comments

Post a Comment

Home