मेडिकल कालेज, जौनपुर में "अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास एवं जागरूकता कार्यक्रम*आयोजन"

जौनपुरः उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, जौनपुर में ''अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस'' बड़े ही उत्साह एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्रातः कालीन 6:30 से योग प्रारम्भ हुआ और 8:30 तक चला। मुख्य अतिथि प्रो० डा० जे० एस० त्रिपाठी, काया चिकित्सा आयुर्वेद, बी०एच०यू० एवं विशिष्ट अतिथि सुश्री सुपर्ना कपूर और योगा प्रशिक्षक विनीत योगी व राजकुमार यादव जो कि पतंजली की तरफ से आये हुए थे। कार्यक्रम की शुरूवात सुबह 6:30 बजे मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं प्राचार्या प्रो० डा० रूचिरा सेठी, उप प्राचार्य, प्रो० आशीष यादव, नोडल योगा कार्यक्रम, डा० मुदित चौहान व पूजा पाठक द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया गया। प्राचार्या द्वारा मुख्य अतिथि एवं उप प्राचार्य द्वारा विशिष्ट अतिथि को पौधा एवं शीतला माता का फोटो देकर स्वागत किया गया। प्रो० डा० रुचिरा सेठी ने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पावन अवसर पर मैं समस्त चिकित्सा शिक्षक समुदाय, विद्यार्थियों और कर्मचारियों को हार्दिक शुभकामनाएँ देती हूँ। योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि यह आत्मा, मन और शरीर के सामंजस्य का मार्ग है। यह भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है जो आज संपूर्ण विश्व में अपनाई जा रही है। प्राचीन ऋषियों ने योग को मानव जीवन की सम्पूर्णता का माध्यम माना है। आज के तनावपूर्ण जीवन में योग न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। हमें गर्व है कि हमारे संस्थान में भी योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मैं आप सभी से आग्रह करती हूँ कि आप योग को केवल एक दिवस तक सीमित न रखें, बल्कि इसे अपने जीवन में नियमित रूप से अपनाएँ। स्वस्थ शरीर और शांत मन से ही हम समाज और राष्ट्र की सच्ची सेवा कर सकते हैं।
प्रो० डा० जे० एस० त्रिपाठी ने बताया कि "योग एक वैज्ञानिक अनुशासन" है। योग अक्सर एक आध्यात्मिक या सांस्कृतिक परंपरा के रूप में देखा जाता है, लेकिन आज विश्वभर में वैज्ञानिक शोध यह सिद्ध कर चुके हैं कि योग केवल साधना नहीं, बल्कि एक पूर्णतः वैज्ञानिक प्रणाली है जो शरीर, मन और आत्मा के बीच समन्वय स्थापित करता है। आसन और प्राणायाम शारीरिक मांसपेशियों, स्नायु तंत्र, हृदय प्रणाली, और श्वसन प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। एम०आर०आई० और ई०एम० जी० जैसे वैज्ञानिक परीक्षणों से यह सिद्ध हुआ है कि नियमित योगाभ्यास से तनाव हार्मोन घटते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। योग प्रशिक्षक द्वारा योगा प्रोटोकाल 7:00 बजे से 8:00 बजे तक *योगासन* ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, पवनमुक्तासन, वज्रासन शवासन एवं *प्राणायाम* अनुलोम विलोम, कपालभाति, भ्रामरी, उज्जायी आदि कराया गया। सामूहिक सूर्यनमस्कार में सभी ने भाग लिया जो 8:15 तक चला। विशिष्ट अतिथि सुश्री सुपर्ना कपूर ने हास्य योगा कराकर योगा की विभिन्न प्रद्धति के बारे में जागरूक किया। कार्यक्रम के अन्त में डा० मुदित चौहान, योगा कार्यक्रम नोडल ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त चिकित्सा शिक्षक, विद्यार्थियों व कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डा० ए०ए० जाफरी, डा० साधना अजय, डा० भारती यादव, डा० दिव्या श्रीवास्तव, डा० राजश्री यादव, डा० चन्द्रभान, डा० अरविन्द पटेल, डा० विनोद वर्मा, डा० विनोद, डा० जितेन्द्र, डा० नवीन, डा० वृजेश, डा० रिनु कुमार व समस्त छात्र/छात्रायें व कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
*उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्याल, जौनपुर में "चंदन योग वाटिका" का उद्घाटन प्राचार्या प्रो० डा० रूचिरा सेठी द्वारा किया गया-*
योग दिवस 1 जून, 2025 से 21 जून, 2025 तक मनाया जा रहा है उसमें एक विन्दु ये था कि अपने संस्थान में "चन्दन योग वाटिका" का शुभारम्भ किया जाय। मेडिकल कालेज में "चंदन योग वाटिका" का शुभारम्भप्राचार्या प्रो० डा० रुचिरा सेठी के कर कमलों द्वारा किया गया जिसमें चंदन, तुलसी, जामुन, अमरूद, पीपल, बरगद, आवला इत्यादि पेड़ लगाये गये है। जहा पर जाकर कोई भी शान्त मन से बैठकर योगाभ्यास कर सकता है। यह संस्थान एवं आस-पास रहने वाले लोगो के लिए लाभकारी साबित होगा। "चन्दन योग वाटिका" के उद्घाटन में प्रो० आशीष यादव, डा० अरविन्द, डा० आशुतोष, डा० विनोद वर्मा, डा० मुदित, डा० तुमुल, डा० पूजा, डा० नवीन, तम्मा रजा राव व अन्य चिकित्सक उपस्थित रहें।

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