jaunpur : कान्वेंट विद्यालयों को टक्कर देता प्राथमिक विद्यालय

जौनपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की भी तमन्ना होती है उनके बच्चे भी अच्छे विद्यालय में पढ़े। लेकिन महंगी फीस के कारण वो अपने बच्चों का एडमिशन नहीं करा पाते। लेकिन जिले  के रामनगर ब्लाक के ’आदर्श प्राथमिक विद्यालय मड़ियाहूँ प्रथम’ रानीपुर गांव में एक ऐसा प्राथमिक स्कूल है जो कान्वेंट स्कूल से भी दो कदम आगे है। इस स्कूल के ’प्रधानाध्यापक श्रीप्रकाश सिंह’ अपनी जेब से पैसा खर्च कर छात्र छात्राओं को कान्वेंट स्कूल   हाल ही में खण्ड शिक्षा अधिकारी ने इस प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया हैं। और खण्ड शिक्षा अधिकारी की प्रेरणा से विद्यालय परिसर में 20’25का रंगमंच का निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। इसप्रकार का मंच किसी भी प्राथमिक विद्यालय में नहीं हैं।  विद्यालय के प्रधानाध्यापक  श्रीप्रकाश सिंह बताते हैं, “मेरे हमेशा से ये प्रयास रहा है सरकारी विद्यालय में बच्चे भेजने वाले पैरेंट्स को कभी ये अफसोस न रहे कि उनके पास पैसे नहीं हैं। पैसे के अभाव में ही वो मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजतें हैं। सरकारी विद्यालय में वो अपने बच्चों को भेजकर मजबूरी न समझे बल्कि उनके बच्चे को कान्वेंट स्कूल जैसी शिक्षा मिल रहा है ऐसा विश्वास करें।” “हमारे विद्यालय के बच्चें फर्राटेदार हिन्दी, अंग्रेजी बोलते हैं ऐसा तो हम नहीं कह सकते लेकिन इतना जरुर कहेंगे कि वो अपने परिचय से लेकर सामान्य आम बोलचाल की भाषा बखूबी बोल लेते हैं। इनमे हिन्दी व अग्रेंजी भाषा की इतनी समझ है कि किसी कान्वेंट स्कूल के बच्चे से बात करने में पीछे नहीं रहते हैं। श्रीप्रकाश सिंह के इस दावे के बाद मैने स्वयं इस स्कूल का विजिट किया। “इस स्कूल के बच्चों से सवाल पूंछने पर बहुत ही संतोषजनक जबाब मिला। कहा जा सकता है श्रीप्रकाश सिंह का प्रयास बहुत ही सराहनीय है सभी के लिए एक उदहारण भी हैं। अगर विद्यालय के शिक्षक चाह ले तो स्कूल की तस्वीर बदलने में समय न लगे, इस स्कूल की तरह उनकी भी गिनती माडल स्कूल की तरह होने लगे। श्रीप्रकाश सिंह रंजीतपुर गाँव के निवासी है। निवास स्थान से 18 किमी दूर शिक्षण कार्य करने जाते हैं।  

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