वास्तविक सुख तो सद्गुरू के चरण व ईश्वर की शरण में हैः गफ्फार

जौनपुर। इस धरा पर कोई भी ऐसा इंसान नहीं है जो सुख नहीं चाहता या सुख का पात्र नहीं होना चाहता है। चाहे वह गरीब, अमीर, लाचार, दुःखी, विद्वान या अनपढ़ हो, सभी सुख प्राप्त करना चाहते हैं किन्तु संसार भौतिक वस्तुओं में सुख ढूढ़ता है जो क्षणिक है। वास्तविक सुख तो सद्गुरू के चरण व ईश्वर की शरण में है। कहा भी गया है ‘जो सुख चाहे सदा शरण राम की लेय’। इस प्रकार से परमात्मा ही सभी सुखों का स्रोत है। उक्त उद्गार मड़ियाहूं पड़ाव पर स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन व निरंकारी सत्संग समारोह बुद्धिपुर और ग्राम औरैला में महात्मा राधेश्याम कन्नौजिया द्वारा आयोजित निरंकारी सत्संग समारोह में उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करते हुये दिल्ली से आये विद्वान संत व केन्द्रीय प्रचारक गफ्फार खान ने व्यक्त किया। इस अवसर पर निशा खान, सतवीर दिवाना, श्याम लाल साहू संयोजक, राजेश प्रजापति क्षेत्रीय संचालक, उदय नारायण जायसवाल, बनारसी दास, मुरली, डा. श्रीनाथ, वशिष्ट नारायण पाण्डेय, राज बहादुर, शशिकला सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। मंच का संचालन समरजीत ने किया।

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