अक्षय तृतीया पर खरीदारों की भीड़

जौनपुर। अक्षय तृतीया पर दान-पुण्य के साथ सोना खरीदारी का भी विशेष महत्व है। यह अत्यंत ही शुभ तिथि मानी जाती है। बैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया मनाने की परंपरा है। बुधवार को बाजारों में खरीददारों की भीड़ उमड़ी रही।   इस दिन कुछ विशेष वस्तुओं का दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा साल भर बनी रहती है। इस दिन ठंडी चीजें जैसे जल से भरे घड़े, कुल्हड़, सकोरे, पंखे, खड़ाऊं, छाता, चावल, नमक, घी, खरबूजा, ककड़ी, चीनी, साग, इमली, सत्तू आदि का दान करना बहुत ही उत्तम माना जाता है। वहीं इस दिन भाग्योदय के लिए लोग सोना, चांदी, मिट्टी के पात्र, रेशमी वस्त्र, साड़ी, शक्कर, चावल, हल्दी, मखाने, फूल का पौधा, शंख और मोरपंख आदि की भी खरीदारी शुभ मानी जाती है। आभूषण की दुकानें हों या कपड़ा, कम्प्यूटर, लैपटाप, मोबाइल, आदि के दुकानों पर भारी भीड़ देखी गयी। अक्षय तृतीया को सर्व सिद्ध मुहूर्त के रूप में भी माना जाता है। इस दिन बिना पंचांग या शुभ मुहूर्त देखे भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, वस्त्र, आभूषण, नए वाहन,जमीन या अन्य नए सामानों की खरीदारी को शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के लिए पूरे दिन व्रत रखा जाता है। भगवान विष्णु के श्री लक्ष्मीनारायण स्वरुप का पूजन किया जाता है। पुराणों में इस दिन पितरों का तर्पण, पिडदान या अन्य किसी भी तरह का दान अक्षय फल प्रदान करता है। इस दिन गंगा में स्नान करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान, अपने पितरों का तर्पण, ब्राह्मणों और जरुरतमंदों को दान आदि करना भी इस दिन पुण्यकर्म की श्रेणी में आता है। अक्षय तृतीय पर   स्वर्ण आभूषणों की खरीदारी को ज्यादा शुभ माना जाता है। शहर के ज्वैलरी शोरूम नए रूप-रंग में दिखाई दे रहे हैं। इस बार बाजार में परंपरागत डिजाइन के साथ फेमस डिजाइनों की फ्यूजन ज्वैलरी भी मौजूद है।   बाजार में परंपरागत ज्वैलरी में नई डिजाइन के साथ-साथ इण्डो वेस्टर्न गहनों की बड़ी रेंज उपलब्ध है। चूड़ी की जगह अब दुल्हनें ब्रेसलेट पहनना ज्यादा पंसद कर रही हैं। सगाई के रिग में डायमंड के साथ प्लेटिनम की मांग ज्यादा है। कई लोग सोने के सिक्के खरीदने में ज्यादा उत्साह दिखा रहे हैं। ग्राहकों को सोने के आभूषण की खरीदारी पर 20 से 25 प्रतिशत तक मेकिग चार्ज में छूट दी जा रही है और सौ ग्राम आभूषण की खरीदारी पर एक सोने का सिक्का दिया जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन जो भी दान या खरीदारी की जाती है, वह अक्षय रहती है।

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