वैज्ञानिकों को विज्ञान संचार में दीक्षित होना जरूरीः शुकदेव व अरविन्द

जौनपुर। प्रयोगशालाओं के भीतर हो रहे शोधों को आम लोगों तक ले जाने की जरूरत है। इसको करने के लिये वैज्ञानिकों को विज्ञान संचार में दीक्षित होना जरूरी है, इसलिये उन्हे प्रशिक्षण दिलाये जाने की पहल उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा की जानी चाहिये। उक्त बातें भारत के सुप्रसिद्ध लोकप्रिय विज्ञान लेखक और शिक्षक शुकदेव प्रसाद और लोकप्रिय विज्ञान कथाकार डा. अरविन्द मिश्र ने बुधवार को  पूविवि के अतिथि गृह में कही। श्री शुकदेव प्रसाद विश्वविद्यालय में एक शिक्षण-प्रशिक्षण कार्य हेतु आये हुये हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यहां टैक्स देने वाली जनता को पूरा अधिकार है कि वह जान सके कि प्रयोगशालाओं में हो रहे शोध का उनके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है। अभी हाल ही में मणिपुर में सम्पन्न भारतीय विज्ञान कांग्रेस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात पर बल दिया था कि वैज्ञानिक शोधों का फायदा आम लोगों और किसानों तक पहुंचाना हमारी एक बड़ी प्राथमिकता है। भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में रुचि दिखायी है जिनमें देश के प्रख्यात विज्ञान संचारकों द्वारा वैज्ञानिकों को जनभाषा में विज्ञान संचार का प्रशिक्षण दिलाया जा सके। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूर्वांचल के शोधार्थी भी लाभान्वित हो सकते हैं। विज्ञान संचारकद्वय ने यह आशा व्यक्त किया कि पूविवि इस मुहिम में आगे आयेगा।

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