फोटो साभार सज्जाद बाकर
उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिला के बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता और बसपा के विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा के इकलौते पुत्र विकास वर्मा ने खुद को गोली मारकर जान देने की कोशिश की।गोली लगते ही वह लहूलुहान होकर गिर गए।मौके पर मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया।यहां हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया।ट्रॉमा में डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज किया जा रहा था लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेद दिया है।पुलिस ने घटना में प्रयुक्त असलहा कब्जे में ले लिया है और खोखा कारतूस भी बरामद कर लिया है।फिलहाल पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
इससे पहले भी कर चुका जान देने की कोशिश
12 मार्च 2017 को भी विकास वर्मा ने खुद को गोली मारकर जान देने की कोशिश की थी।11 मार्च को कटेहरी विधानसभा क्षेत्र का चुनाव जीतने के बाद से लालजी वर्मा के घर लोगों का बधाईयां देने के लिए तांता लगा हुआ था।तभी दूसरे दिन दोपहर में भी जब वे अपने समर्थकों से अपने गांव में घर पर मिल रहे थे कि अचानक उन्हें किसी ने खबर दी कि उनके पुत्र विकास वर्मा ने जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र में स्थित दूसरे घर पर खुद को गोली मार ली।स्थानीय लोगों ने पुलिस की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया था।तब भी डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया था।
फेसबुक पर किया था पीड़ा का जिक्र
पिछले साल जब विकास ने खुद को गोली मारी थी तब फेसबुक उन्होंने आत्महत्या का प्रयास करने से पहले अपनी मानसिक उलझनों को फेसबुक पर शेयर किया था। उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर लिखा था कि उसकी बीमारी की वजह से हो रही परेशानी के कारण वह तंग हो गया है और अब उसकी कोई जीने की इच्छा नहीं है।विकास ने अपने बच्चों की देख भाल और पढ़ाई के लिए आमने माता पिता से अनुरोध भी किया है साथ ही परिवार के साथ जिन लोगों के सम्बन्ध है,उनसे अपनी मौत के बाद परिवार को सांत्वना देने की बात करते हुए कहा है कि जो इस संसार में आया है एक दिन जाता है।विकास अपने इस मार्मिक पोस्ट के साथ अपनी पत्नी और बच्चों के साथ एक मार्मिक फोटो भी पोस्ट की थी,इसमें वैलेंटाइन का मैसेज भी था।बसपा नेता के घर में मचा कोहराम।विकास द्वारा आत्महत्या किये जाने की खबर जैसे ही उनके घरवालों को मिली वैसे ही उनके घर में कोहराम मचा हुआ है।उनके चाहने वाले घर में पहुंच रहे हैं। क्षेत्रवासी इस घटना से सदमे में हैं।बता दें कि,लालजी वर्मा बसपा के बड़े कद के नेताओं में गिने जाते हैं।लालजी वर्मा 2007 में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं,वहीं साल 2012 के हुए चुनाव में वे अपनी सीट से हार गए थे।फिर से एक बार 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बसपा के उम्मीदवार के रूप में कटेहरी सीट से जीत दर्ज की है।
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