सावन शुरू होते ही सजे शिवालय,हर हर महादेव का हुआ गुंजायमान

जौनपुर। सावन सोमवार से आरंभ हो रहा है। इस बार सावन कई मायने में महत्वपूर्ण है। सोमवार से शुरू हो कर सोमवार को ही इसका समापन हो रहा है। सावन में पांच सोमवार पड़ने से इसे शुभ माना जा रहा है।  ये संयोग करीब 50 वर्षों बाद बन रहा है। अन्तिम सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। सावन में  शिव की आराधना के लिए जिले के शिवालय सज गये है। जलाभिषेक की सभी तैयारियां पूरी हो गयी है। कांवरियों  की सुविधा के लिए प्रशासन ने इन्तजाम किया है। मजिस्ट्रेट और थानाध्यक्षों को निर्देश दिये गये है। त्रिलोचन महादेव जलालपुर में मेले की समुचित व्यवस्था की गयी है। पुराणों में कहा गया है। सावन में रोज 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ऊं नमः शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। अगर रोज संभव न हो तो कम से कम प्रत्येक सोमवार ऐसा करें। रोज सुबह घर में गोमूत्र का छिड़काव करने के साथ ही गुग्गुल धूप जलाने से घर में किसी भी तरह की परेशानी दूर हो जाती है। यदि विवाह में अड़चन आ रही है तो रोज शिवलिंग पर केसर मिला दूध चढ़ाएं। समस्या दूर हो जाएगी। घर में सुख समृद्धि बरकरार रखने के लिए सावनभर नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं। गरीबों को भोजन कराने से घर में अन्न की कमी नहीं होती साथ ही पितरों को भी शांति मिलती है। धन संबंधी परेशानी है तो किसी नदी या तालाब जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं और श्ऊं नमरू शिवायश् का जाप करें। धन संकट दूर होगा। आमदनी बढ़ाने के लिए सावन के महीने में किसी भी दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करें और उसकी यथा विधि पूजन करें इस दौरान श्ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नमरू शिवायरू श्रीं ह्रीं ऐंश् इस मंत्र का 108 बार जाप करें। विधि विधान से शिव पूजा करें और भगवान शिव को प्रसन्न करें। घर में बीमारियां अधिक फैैली रहती हैं तो सावन के प्रत्येक सोमवार को पानी में दूध व काले तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें। अभिषेक तांबे से न करें। इसके बाद भगवान शिव से रोग निवारण के लिए प्रार्थना करें । रात में सवा नौ बजे के बाद गाय के सवा पाव कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने का संकल्प लें।

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