जौनपुर । एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डा क्षितिज शर्मा ने बताया कि लायन्स क्लब इन्टरनेशनल को समाजसेवा करते सौ वर्ष पूरे हो गए है।
प्रथम विश्व युद्ध के बाद विश्व मे हुई तबाही, उजड़े हुए खण्डहरो मे परिवर्तित हुए गांव, नगर, घायल सैनिको और बीमारो की कराहो का वातावरण, निराश्रित विधवाओ और अनाथ बच्चो, रक्त रंजित धरती और बारूदी धुए से भरा आसमान, मेल्विन जोन्स की संवेदनशीलता को झकझोर रहा था। इससे प्रभावित होकर मेल्विन जोन्स ने कुछ साथियो के साथ मिलकर विश्व शांति व समाज सेवा के उद्देश्य से 7 जून 1917 को लायन्स क्लब का गठन अन्तर्राष्ट्रीय संगठन के रूप मे किया। और धीरे धीरे ये संस्था पूरे विश्व मे समाज सेवा व साहचर्य के लिए फैल गई। इस समय विश्व के 210 देशो मे 14.23 लाख से भी अधिक सदस्य सेवा कार्य कर रहे है। विश्व शान्ति व सेवा कार्यो के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ व कई अन्य राष्ट्रो ने इस संस्था को सम्मानित किया है। तथा लायन्स क्लब इन्टरनेशनल संयुक्त राष्ट्र संघ का स्थाई सदस्य भी है।
भारत मे सर्वप्रथम लायन्स क्लब 1956 मे 3 फरवरी को मुम्बई व 11 फरवरी को दिल्ली मे क्लब खुला। अब तक तीन बार इन्टरनेशनल अध्यक्ष के रूप मे नेतृत्व करने का अवसर हमारे भारत देश को प्राप्त हुआ। जिसमे अहमदाबाद के रोहित मेहता 1992-93 मे व मुम्बई के अशोक मेहता ने 2005-06 नेतृत्व प्रदान किया। शताब्दी वर्ष मे दिल्ली के नरेश अग्रवाल 2017-18 मे अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व प्रदान कर भारत का नाम रौशन कर रहे है।
जौनपुर मे इस संगठन की शाखा प्रथम बार 13 मई 1985 को लायन्स क्लब जौनपुर के रूप में खुली। अपने सेवा कार्यो की वजह से आज विश्व की सबसे बड़ी समाजसेवी संस्था के रूप में जानी जाती है।
इस अवसर पर सैय्यद मोहम्मद मुस्तफा, अजय आनन्द, मनीष गुप्ता, अरूण त्रिपाठी, संतोष साहू बच्चा, सुरेंद्र प्रधान आदि लोग उपस्थित रहे।
प्रथम विश्व युद्ध के बाद विश्व मे हुई तबाही, उजड़े हुए खण्डहरो मे परिवर्तित हुए गांव, नगर, घायल सैनिको और बीमारो की कराहो का वातावरण, निराश्रित विधवाओ और अनाथ बच्चो, रक्त रंजित धरती और बारूदी धुए से भरा आसमान, मेल्विन जोन्स की संवेदनशीलता को झकझोर रहा था। इससे प्रभावित होकर मेल्विन जोन्स ने कुछ साथियो के साथ मिलकर विश्व शांति व समाज सेवा के उद्देश्य से 7 जून 1917 को लायन्स क्लब का गठन अन्तर्राष्ट्रीय संगठन के रूप मे किया। और धीरे धीरे ये संस्था पूरे विश्व मे समाज सेवा व साहचर्य के लिए फैल गई। इस समय विश्व के 210 देशो मे 14.23 लाख से भी अधिक सदस्य सेवा कार्य कर रहे है। विश्व शान्ति व सेवा कार्यो के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ व कई अन्य राष्ट्रो ने इस संस्था को सम्मानित किया है। तथा लायन्स क्लब इन्टरनेशनल संयुक्त राष्ट्र संघ का स्थाई सदस्य भी है।
भारत मे सर्वप्रथम लायन्स क्लब 1956 मे 3 फरवरी को मुम्बई व 11 फरवरी को दिल्ली मे क्लब खुला। अब तक तीन बार इन्टरनेशनल अध्यक्ष के रूप मे नेतृत्व करने का अवसर हमारे भारत देश को प्राप्त हुआ। जिसमे अहमदाबाद के रोहित मेहता 1992-93 मे व मुम्बई के अशोक मेहता ने 2005-06 नेतृत्व प्रदान किया। शताब्दी वर्ष मे दिल्ली के नरेश अग्रवाल 2017-18 मे अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व प्रदान कर भारत का नाम रौशन कर रहे है।
जौनपुर मे इस संगठन की शाखा प्रथम बार 13 मई 1985 को लायन्स क्लब जौनपुर के रूप में खुली। अपने सेवा कार्यो की वजह से आज विश्व की सबसे बड़ी समाजसेवी संस्था के रूप में जानी जाती है।
इस अवसर पर सैय्यद मोहम्मद मुस्तफा, अजय आनन्द, मनीष गुप्ता, अरूण त्रिपाठी, संतोष साहू बच्चा, सुरेंद्र प्रधान आदि लोग उपस्थित रहे।


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