जौनपुर। वैसे तो स्वयं की सुरक्षा के लिए दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनाना सबके लिए अनिवार्य है, लेकिन वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों की अनदेखी किए जाने का ही नतीजा है कि मजबूरन शासन को बाइक सवारों को सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया। ऐसे में शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग द्वारा हर बुधवार को हेलमेट के लिए अभियान चलाया जाता है। इस दिन विशेष अभियान चलाकर नियमों की अनदेखी करने पर कार्रवाई भी होती है। बावजूद इसके अभियान का असर जनपद में कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। यह अभियान केवल कार्रवाई तक ही सिमट कर रह गया है। जिम्मेदार विभागीय अधिकारी बिना हेलमेट के मिले वाहन चालकों पर जुर्माना लगा अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री पा लेते हैं। वहीं कड़ी कार्रवाई व जागरुकता नहीं होने के कारण बिना हेलमेट बाइक चलाना युवाओं का शौक बन गई है। इससे आएदिन सड़क हादसे हो रहे हैं। ज्ञात हो कि हेलमेट सिर पर चोट लगने से बचाता है। सिर की चोट व्यक्ति को कोमा में पहुंचाने के साथ ही मौत के घाट उतार सकती है। -बाइक से एक्सीडेंट होने पर मरने वालों में 98त्न संख्या सिर पर चोट लगने की वहज है। हेलमेट पहनने वाले अधिकांश लोग बच जाते हैं। हेलमेट धूल से बचाता है, जिससे एलर्जी नहीं होती है। हेलमेट धूप से बचाता है, गर्मी में लू लगने से बचाता है। हेलमेट सर्दी में ठंड लगने से बचाता है।
हेलमेट बारिश होने पर तेजी से पानी की आंखों में जाने से बचाता है।हेलमेट आपके आंखों को सुरक्षित रखता है।हेलमेट आपको अचानक से आए कीटों से बचाता है।
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