चोटी कटने के मामले की प्रशासनिक टीम ने की जांच

जौनपुर। जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्र एवं आरक्षी अधीक्षक शैलेश पाण्डेय ने जिले में रहस्यमय ढंग से चोटी कटने के प्रकरण की जांच उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं अयोध्या प्रसाद एवं क्षेत्राधिकारी रामभवन यादव को करने का निर्देश दिया। जांच में कुमारी सुनीता पुत्री स्व. फूलचन्द गौतम निवासी गहली थाना बरसठी का बयान लिया गया जिस पर उसने बताया कि 6 अगस्त को प्रातः लगभग 4 बजे वह अपनी मां के साथ शौच करने बाहर गयी थी। शौच के बाद घर आकर कमरे में पलंग के पास जैसे ही पहुंची कि एक हड्डी जैसा हाथ दिखायी दिया। इस पर बिस्तर पर उठाकर फेंक दिया लेकिन कोई दिखायी नहीं दिया। इसके बाद मैं बेहोश हो गयी। गिरने की आवाज सुनकर मेरी मां कमरे में आयी तो मैं बेहोश थी। मुझे अस्पताल ले गयी जहां मुझे होश आया। सुनीता द्वारा बताया गया कि उसके सिर के दाहिने तरफ के बाल का अंतिम भाग थोड़ा कटा हुआ महसूस हुआ। लड़की ने अपने बयान में यह भी बताया कि 7 अगस्त को सायं लगभग 5 से 6 बजे के बीच वह बेहोश हो गयी थी जिसे अस्पताल लाया गया वहां पर होश आया। लड़की की मां के बयान में बताया गया कि वह लड़की के पास थी कि उपरोक्त घटना बयान किया। समाचार मिलने के बाद फारेंसिक टीम मौके पर गयी थी। जांच के लिये नमूना लेकर गयी है। देखने या लोगों से पूछताछ बयान से बाल काटना मानवकृत नहीं है। इस सम्बन्ध में कोई रिपोर्ट शिकायत किसी द्वारा नहीं की गयी है। इससे स्पष्ट है कि बाल काटना मानवीय घटना नहीं है। मात्र भ्रम सा प्रतीत होता है। इस पर जिलाधिकारी व आरक्षी अधीक्षक ने बताया कि अफवाह फैलाने वाले के विरूद्ध कार्यवाही हेतु सम्बन्धित उपजिलाधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी से शिकायत कर सकते हैं।

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