पत्रकार रज़ा अब्बास की दादी की शोकसभा में उमड़ा जनसैलाब।


अम्बेडकरनगर: तहसील जलालपुर के ग्राम दाउदपुर में पत्रकार रज़ा अब्बास की दादी की तीजे की मजलिस को संबोधित करने आये लखनऊ से मौलाना हबीब हैदर ने मजलिस को संबोधित करते हुये कहा कि आतंकवाद को अगर खत्म करना है तो  हुसैनी रास्ते पर चलना होगा।मौलाना ने कहा कि आज पूरी दुनिया आतंकवाद से परेशान है।आज हर धर्म का मानने वाला इमामे हुसैन की इज़्ज़त करता है क्योंकि जिस तरह इमामे हुसैन ने एक राक्षस (यज़ीद)से इंसानियत को बचाया है वो बेहतरीन मिसाल जो इतिहास में कही नही मिलता।पैग़म्बसर मोहम्मद की शिक्षा अगर किसी ने दुनिया मे फैलाई है तो वो इमामे हुसैन है।करबला सच की जीत है और झूठ की हार है।


मौलाना ने इमामे हुसैन के बेटे अली अकबर के मसाएब बयान किये और कहा कि कर्बला में एक ऐसी माँ थी जो अपने जवान बेटे अली अकबर को इंसानियत के लिए शहीद कर दिया।ये सुनते ही लोग मजलिस में मौजूद सब रोने लगे।मजलिस में मौलाना ने माँ की अहमियत पर बहुत जोर दिया उन्होंने ने कहा कि मां की मोहब्बत की कोई बराबरी नही कर सकता है।ज्ञात रहे पत्रकार रज़ा अब्बास की दादी 105 वर्ष की थी जब जिनका पिछले दिनों देहांत हो गया था।वो अपने पीछे 6 बेटे और एक बेटी छोड़ी है।माँ से बेपनाह मोहब्बत को देखते हुए मौलाना ने माँ की अज़मत बयान किया।मजलिस में कसीर तादाद में लोगो ने शिरकत की।

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