होली की - बमचिक - बमचिक - जोगीरा- स -र -रा -रा , की गूँज से गूंजा गाँव 

(बाबर )
जलालपुर ,जौनपुर :  अधर्म पर धर्म की , अन्याय पर न्याय की , असत्य पर सत्य की विजय का पर्व होली शनिवार को धूम -धाम से मनाया गया | रंग , गुलाल , अबीर की जम कर बौछार कीगई और लोगों ने एक दूसरे के घरों पर जाकर गले मिलते हुए होली की मुबारकबाद देते कर  गुझिया ,पापड़ आदि पकवानों का स्वाद लिया | होली के रंगों की शुरुआत शनिवार को प्रातः बच्चों ने शुरू की और एक दुसरे पर रंग फेकना आरम्भ किया लेकिन जैसे -जैसे सूरज आकाश की बुलंदियों की ओर बढ़ता रहा वैसे -वैसे लोग होली की खुमारी में डूबने लगे और धीरे धीरे युवाओं की टोली गाँव में निकलने लगी | युवा वर्ग का जोश परवान चढ़ने लगा और रंगों की बौछार के साथ शुरू हो गयी होली की बमचिक - बमचिक | ढोल नगाड़ों झांझ ,मजीरोंके साथ युवा तबका जोगीरा स्र - रा -रा -रा , वाह भाई वाह , वाह खिलाड़ी वाह की आवाजों के साथ गाँव की गली कुचों में होली का जम कर आनंद लिया | होलो खेलें रघुबीरा अवध में होली खेलें रघुबीरा की धुनों पर लोग थिरकने लगे | कुछ ही देर बाद महिलायें भी रंग - बिरंगे रंगों में सराबोर होने लगी और एक दुसरे पर जम कर रंग फेका | अपरान्ह 3 बजे के बाद लोगों की मुर्गे और बकरे की दुकानों पर भीड़ मच गयी और मांस की खूब खरीदारी हुई | शाम को लोग एक दुसरे के घरों पर जाकर होली की मुबारकबाद देते हुए गले मिले और बुजुर्गों का चरण स्पर्श करते हुए आशीर्वाद लिया | देर रात तक मिलने जुलने का सिलसिला चलता रहा | कुछ अराजक तत्वों ने शराब के नशे में धुत होकर हाता -पाई भी की औए एक दूसरे के कपड़ों को फाड़ कर कालिख भी पोते जिसके कारण कहीं कहीं विवाद की स्थिति उत्पन्न होगी लेकिन लोगों ने उसे सभाल लिया | 

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