jaunpur : यहां तो खुद ही जोखिम में डालते हैं जान

जौनपुर। मानव रहित रेलवे गेट पर तो अक्सर हादसे हो जाते हैं, उसके बाद चौकसी बरतने को आवाजें उठने लगती हैं लेकिन वहां क्या हो जहां रेलवे गेट बना हो तथा लोग नियमों की अनदेखी कर गेट पार करते हों। यह तो जानबूझ कर जान जोखिम में डालना हुआ। ऐसा ही हाल है सिटी रेलवे  रेलवे क्रासिग, जगदीशपुर और सिपाह क्रासिंग  का है। अभी अप्रैल के अंतिम सप्ताह में कुशीनगर में दर्दनाक हादसा हुआ। ट्रेन की चपेट में स्कूल वैन के आने से वैन में सवार दर्जनभर से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी। उसके बाद भी लोग रेलवे क्रासिग पार करने में मनमानी से बाज नहीं आते हैं। एक ओर सरकार मानव रहित रेलवे क्राोसग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजााम बनाने मे लगी है तो दूसरी ओर लोग नियमों को अनदेखी कर बंद समपार फाटक से गुजरना बंद नहीं कर रहे हैं। अधिकाशं रलवे गेट पर गाड़ी के पहले बाइक सवार  नीचे से आड़ा -तिरछा कर बाइक निकालने लगे। ऐसा नजारा यहां रेलवे गेट पर देखने को मिलता है। ऐसा करने वाले खुद की जान तो जोखिम में डाल ही रहे हैं साथ ही साथ ट्रेन में यात्रा कर रहे लोगों के लिए भी जोखिम खड़ा कर रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि जब लोग इतने बेपरवाह हैं तो रेल प्रशासन हादसों को रोकने में कैसे और कितना सफल होगा।

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