पूविवि में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान में तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन कार्यक्रम के अंतर्गत चल रहे दो दिवसीय कार्यशाला का मंगलवार को समापन हो गया। सुखद परिणाम आधारित शिक्षा एवं केन्द्रीय प्रत्यायन परिषद की आकांक्षाएं विषयक कार्यशाला में दूसरे दिन पीपुल्स एजुकेशन कालेज ऑफ इंजीनियरिंग मांड्या, कर्नाटक से आये विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर सुरेश प्रभु ने कहा कि पाठ्यक्रम में संस्था का विजन व मिशन समाहित होना चाहिये। पाठ्यक्रम निर्माण के समय छात्रों व समाज की आवश्यकता, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखना चाहिये। साथ ही पाठ्यक्रम का संशोधन नियमित समय अंतराल पर होते रहना चाहिये। कार्यशाला में प्रोफेसर एचडी रविन्द्र, प्रोफेसर वी. दिनेश प्रभु, प्रोफेसर बीआर देवदत्त, प्रोफेसर के. रवि, प्रोफेसर एनएल मुरली कृष्णा शिक्षकों से रूबरू हुये। इस दौरान विषय विशेषज्ञों ने आउटकम बेस्ड एजुकेशन पर हैण्ड्स आन अभ्यास कराया। एसपीआईयू की विशेषज्ञ श्वेता भटनागर ने शिक्षकों से प्रतिपुष्टि एवं उपस्थिति के अभिलेख प्राप्त किया। तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. बीबी तिवारी ने अतिथियों के साथ टेकिप की योजनाओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुये धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डा. रजनीश भास्कर ने किया। इस अवसर पर इंजीनियरिंग संकाय के अध्यक्ष प्रो. एके श्रीवास्तव, डा. संतोष कुमार, डा. राजकुमार, डा. अमरेन्द्र सिंह, डा. प्रवीण सिंह, सत्यम उपाध्याय, ज्योति सिंह, डा. उदयराज, डा. जेपी लाल, ज्ञानेन्द्र पाल सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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